3.
क्या पवित्र आत्मा अगुवों या प्रेरितों द्वारा हाथ रखने से मिलता है?
इन उपरोक्त घटनाओं में प्रेरितों द्वारा उन लोगों पर हाथ
रखे जाने की बात भी आई है, जिसके उपरान्त उन्होंने पवित्र आत्मा प्राप्त किया;
इसलिए यह भी कहा जाता है, और फिर से गलत, कि प्रेरितों या कलीसिया के अगुवों के
द्वारा हाथ रखने से पवित्र आत्मा मिलता है। बाइबल के इस संबंधित तथ्य, ‘हाथ रखना,’
के कई अभिप्राय हैं। हमारी चर्चा के सन्दर्भ में महत्वपूर्ण बात यह है कि बाइबल
में उपरोक्त तीन उदाहरणों के अतिरिक्त कभी भी पवित्र आत्मा के प्राप्त करने या दिए
जाने के साथ यह कहीं जुड़ा हुआ नहीं है। इसलिए इस का केवल यही एक अर्थ है कहना और
सिखाना वचन के अनुसार सही नहीं है। ‘हाथ रखना’ अपने आप में एक बड़ा विषय है, जिसके
पुराने और नए नियम में भिन्न अभिप्राय हैं। नए नियम में यह आशीष देने (मत्ती
19:13, 15), चंगाई देने (मत्ती 9:18; लूका 13:13; प्रेरितों 9:12, 17), परमेश्वर
द्वारा नियुक्त हो कर किसी विशेष दायित्व के सौंपे जाने (प्रेरितों 6:6; 13:3; 1
तीमुथियुस 4:14; 2 तीमुथियुस
1:6), और सेवकाई में साथ सहभागी बना लेने और स्वीकार कर लेने के द्वारा अपने साथ
मिला लेने को भी दिखाता है (1 तीमुथियुस 4:14; 5:22)।
पवित्र आत्मा प्राप्त करने की उपरोक्त तीनों घटनाओं के
सन्दर्भ में, ‘हाथ रखने’ का अभिप्राय उन सभी लोगों के प्रभु में एक हो जाने से है,
अर्थात, उन यहूदी विश्वासियों और प्रेरितों के द्वारा उन विभिन्न गैर-यहूदियों पर
हाथ रखे जाने से उन पर यह व्यक्त किया गया, कि अब वे भी उन प्रेरितों और अगुवों
तथा मसीही मंडली के अन्य लोगों के साथ प्रभु में एक हैं, प्रभु में हो कर अन्य सभी
के समान हैं (प्रेरितों 15:7-9)। ध्यान कीजिए, पतरस को तो कुरनेलियुस के घर के
लोगों पर हाथ भी नहीं रखना पड़ा; उन लोगों के पतरस के द्वारा दिए गए सुसमाचार पर विश्वास करते ही, पवित्र
आत्मा स्वयं ही उन पर उतर आया (प्रेरितों 10:44; 11:15)। रोचक बात है कि आगे चल कर
प्रभु यीशु का भाई, याकूब, अपनी पत्री में शारीरिक रोग से चंगाई पाने के लिए
कलीसिया के अगुवों से तेल लगा कर प्रार्थना करवाने के लिए तो कहता है (याकूब
5:14-15), और लिखता है कि विश्वास की प्रार्थना से चंगाई भी मिलेगी और पापों की
क्षमा भी। परन्तु न तो याकूब, और न ही नए नियम का कोई अन्य लेखक कभी भी किसी भी
स्थान पर, मसीह में विश्वास लाने वालों से यह कहता है कि वे कलीसिया के अगुवों से
हाथ रखवा कर प्रार्थना करवाएँ और वे पवित्र आत्मा प्राप्त करेंगे। यह शिक्षा भी
बाइबल में कहीं नहीं है, और इस शिक्षा को देने वाले बाइबल की बातों का गलत उपयोग
और व्याख्या करते हैं, अनुचित करते हैं।
- क्रमशः
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